मेरे दिल की धड़्कन बनी हैइ जो शोला सुलगते हैं अरमाँ, यूँ बन-बन के आँसू कभी तो तुम्हें भी ये अहसास होगा मगर हम ना होंगे, तेरी ज़िन्दगी में बुलाना भी चाहो, बुला ना सकोगे •••